आयी ऐसी शाम थी मैं मोम सा जल जल पिघल रहा था! आयी ऐसी शाम थी मैं मोम सा जल जल पिघल रहा था!
~~ सर्दी कुछ कह जाती है ~~ ~~ सर्दी कुछ कह जाती है ~~
भाई और बहन के अनमोल रिश्ते के बारे में एक कविता...। भाई और बहन के अनमोल रिश्ते के बारे में एक कविता...।
तुम मिलना चाहती हो...। तुम मिलना चाहती हो...।
अस्तित्वहीन ! अस्तित्वहीन !
रीता अपने पति और ससुराल वालों के साथ कितनी ख़ुश थी, फ़िर अचानक क्या हुआ जो उसकी ख़ुशी न रही ? आइए पढ़ते ... रीता अपने पति और ससुराल वालों के साथ कितनी ख़ुश थी, फ़िर अचानक क्या हुआ जो उसकी ख़ु...